इंदिरा गांधी उतनी ताकतवर नहीं थीं, जितना मैंने सोचा था: कंगना रनौत
कंगना रनौत, जो अपनी आगामी फिल्म "इमरजेंसी" में इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं, ने कहा कि गहन शोध के बाद उन्हें महसूस हुआ कि पूर्व प्रधानमंत्री उतनी ताकतवर नहीं थीं, जितना उन्हें पहले लगता था। कंगना ने इंदिरा गांधी को "कमजोर" और "अविश्वासी" बताया।
मुंबई। कंगना रनौत, जो अपनी आगामी फिल्म "इमरजेंसी" में इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं, ने कहा कि गहन शोध के बाद उन्हें महसूस हुआ कि पूर्व प्रधानमंत्री उतनी ताकतवर नहीं थीं, जितना उन्हें पहले लगता था। कंगना ने इंदिरा गांधी को "कमजोर" और "अविश्वासी" बताया।
इंदिरा गांधी पर शोध से बदला नजरिया
कंगना ने कहा कि फिल्म "इमरजेंसी" की तैयारी के दौरान उन्होंने इंदिरा गांधी के जीवन के पहलुओं को समझा। उन्होंने कहा, "जब मैंने शोध किया, तो समझा कि वह वास्तव में कमजोर थीं। जितना कोई कमजोर होता है, उतना ही वह नियंत्रण की कोशिश करता है। वह अपने चारों ओर सहारे ढूंढती थीं और दूसरों पर बहुत निर्भर रहती थीं।"
प्रियंका गांधी से मुलाकात
कंगना ने बताया कि उन्होंने संसद में प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की और अपनी फिल्म का जिक्र किया। कंगना ने बताया, "मैंने उनसे कहा कि मैंने 'इमरजेंसी' बनाई है और शायद आपको इसे देखना चाहिए। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, 'शायद देखूंगी।'"
फिल्म से जुड़ी चुनौतियां
- "इमरजेंसी" 17 जनवरी को रिलीज़ होगी लेकिन इसे सेंसर बोर्ड से मंजूरी पाने में कई विवादों का सामना करना पड़ा।
- फिल्म का सितंबर 2024 में रिलीज़ होना तय था लेकिन सेंसर बोर्ड ने इसे प्रमाणपत्र देने में देरी की।
- कंगना ने आरोप लगाया कि कुछ लोग फिल्म को रोकने की कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने कहा, "मुझे लगा कि शायद यह फिल्म कभी रिलीज़ नहीं होगी। लेकिन अंत में सच की जीत होती है।"
कंगना का बॉलीवुड पर बयान
कंगना ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में ऐसा कोई निर्देशक नहीं है, जिसके साथ वह काम करना चाहती हैं। "आज ऐसा कोई निर्देशक नहीं है जो मुझसे काम करवाने के लायक हो।" उन्होंने यह भी कहा, वे उन लोगों के साथ काम करती हैं, जो "गुणवत्ता वाले" होते हैं, जैसे श्रीयस तलपड़े और अनुपम खेर।
फिल्म की कहानी और कलाकार
- फिल्म 1975 में लागू की गई इमरजेंसी के 21 महीनों की घटनाओं पर आधारित है।
- कंगना ने कहा कि उन्होंने फिल्म में कोई रचनात्मक छूट नहीं ली है और इसे पूरी तरह से तथ्यों पर आधारित रखा है।
- मुख्य कलाकार:
- अनुपम खेर (जयप्रकाश नारायण)
- श्रेयस तलपड़े (अटल बिहारी वाजपेयी)
- मिलिंद सोमन (फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ)
- महिमा चौधरी (पुपुल जयकर)
- स्वर्गीय सतीश कौशिक (जगजीवन राम)
कंगना का राजनीतिक जीवन और अभिनय
कंगना ने स्वीकार किया कि संसद सदस्य बनने के बाद उनके अभिनय करियर पर असर पड़ा है। "सांसद का काम बहुत demanding है लेकिन मैं अपने शूटिंग शेड्यूल को संभालने की कोशिश कर रही हूं।"
कंगना का आत्मविश्वास
कंगना ने कहा कि वह "सत्य की ताकत" में विश्वास रखती हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी फिल्म किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए नहीं बनाई गई है। "लोग कह रहे हैं कि इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। यह एक ऐसा अध्याय है जिसे लोग जानना चाहते हैं।" "इमरजेंसी" कंगना के निर्देशन में बनी उनकी सबसे महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है और उनके अनुसार, यह इतिहास के एक महत्वपूर्ण और विवादास्पद अध्याय पर प्रकाश डालती है।
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